ग्रह ज्योतिष
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ग्रह ज्योतिष
ग्रह ज्योतिष एक प्राचीन विद्या है जो ग्रहों के आसपास घूमते हैं और उनके प्रभाव का अध्ययन करती है।
सूर्य, चंद्र, मंगल, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, और केतु नवग्रहों का समूह हैं जो ग्रह ज्योतिष में महत्वपूर्ण हैं।इन नवग्रहों का आकार, गति, और स्थान व्यक्ति के जीवन और भविष्य पर प्रभाव डालते हैं।सूर्य जीवन का प्रमुख स्रोत है और उसका ग्रहांतर कुंडली में महत्वपूर्ण होता है।चंद्र ग्रह का प्रभाव मनोबल और भावनाओं पर होता है और कुंडली में राशि को दर्शाता है।मंगल ग्रह को युद्ध, ऊर्जा, और साहस का प्रतीक माना जाता है और कुंडली में व्यक्ति के अग्रवर्ती भाव को प्रभावित करता है। बृहस्पति ग्रह ज्ञान, विद्या, और बुद्धि का प्रतीक है, जो शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में प्रभावी है।शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन, सुंदरता, और कला का प्रतीक है, जो कुंडली में सुख-शांति के लिए महत्वपूर्ण है।शनि ग्रह जन्मकुंडली में कर्म, धर्म, और संघर्ष का प्रतीक है और साड़ेसाती का अध्ययन किया जाता है।राहु और केतु को चायरह कोण में स्थित किया जाता है, और इनका प्रभाव विचारशीलता, मोह, और मोक्ष पर होता है।
ग्रहों की चाल को गोचर कहा जाता है, जिसमें उनकी वर्तमान स्थिति और प्रभाव का अध्ययन किया जाता है।ग्रहों का गोचर व्यक्ति के जीवन में समय-समय पर बदलता रहता है और उनका प्रभाव भी बदलता रहता है।ग्रहों की स्थिति के आधार पर ज्योतिषी व्यक्ति के भविष्य की पूर्वानुमानी करते हैं।ग्रहों की दृष्टि भी महत्वपूर्ण है, जिससे एक ग्रह दूसरे पर अपना प्रभाव डालता है।ग्रहों की चाल में वक्री गति भी होती है, जिससे उनका प्रभाव और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।ग्रहों के माध्यम से व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, और सामाजिक संबंधों का मूल्यांकन किया जा सकता है।
ग्रहों के माध्यम से व्यक्ति के करियर, आर्थिक स्थिति, और व्यापार में सफलता का मूल्यांकन किया जा सकता है।ग्रहों की दशा और अंतरदशा का अध्ययन करके व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं में प्रभाव का विश्लेषण किया जा सकता है।ग्रहों की दृष्टि से भूमि पर होने वाले प्राकृतिक आपदाएं और उनका संबंध भी ज्योतिष में देखा जाता है।ग्रहों के माध्यम से मौसम परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है और इसका प्रभाव जीवन पर देखा जाता है।ग्रहों की उपासना और उनके लिए विशेष मंत्रों और पूजाओं का महत्वपूर्ण स्थान है जो भगवान ग्रहों की कृपा को आकर्षित करने के लिए किए जाते हैं।
ग्रहों के माध्यम से भगवान की आराधना करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है और उसका मानसिक स्थिति में सुधार होता है।ग्रहों की स्थिति का अध्ययन करके ज्योतिषी व्यक्ति को सुझाव देते हैं कि कैसे उन्हें अपने कार्यों को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाना होगा।
ग्रहों की दशा में व्यक्ति के जीवन में सामान्यत: सुख-दुख के कठिन समय आ सकते हैं और ज्योतिषी इसे बताकर समाधान प्रदान कर सकते हैं।ग्रहों की गति का अध्ययन करके ज्योतिषी व्यक्ति को समय-समय पर किसी भविष्यवाणी या सुझाव का निर्देशन कर सकते हैं।
ग्रहों की गति और दृष्टि का अध्ययन करने से ज्योतिषी व्यक्ति को योग्यता, ज्ञान, और बुद्धि की बढ़ती हुई क्षमता का मूल्यांकन कर सकते हैं।ग्रहों की स्थिति का अध्ययन करके ज्योतिषी व्यक्ति को सम्बंधों, विवाह, और परिवार के क्षेत्र में ज्ञान प्रदान कर सकते हैं।ग्रहों के प्रभाव से व्यक्ति के स्वास्थ्य की पूर्वानुमानी भी की जा सकती है, जिससे उचित उपाय किए जा सकते हैं।ग्रहों का गोचर व्यक्ति के व्यापार, नौकरी, और आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव डालता है और इसे बताकर सुझाव प्रदान किया जा सकता है।