तलाक संबंधी मुद्दे
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तलाक संबंधी मुद्दे
तलाक संबंधी मुद्दों को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विश्लेषण करने में कुछ लोग विश्वास रखते हैं, हालांकि इसे विवेचन करने के लिए केवल ज्योतिष नहीं प्राप्त किया जा सकता है। तलाक संबंधी मुद्दों के लिए ज्योतिषीय उपायों का अनुप्रयोग किया जा सकता है, जो कि व्यक्ति को तलाक से संबंधित परिस्थितियों का सामना करने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ ज्योतिषीय प्रेरक तत्व हैं जो तलाक संबंधी मुद्दों में मदद कर सकते हैं:
- सूर्य और चंद्रमा की स्थिति: सूर्य और चंद्रमा की स्थिति जन्मकुंडली में तलाक संबंधी समस्याओं को प्रभावित कर सकती है। यदि ये ग्रहों की स्थिति अशुभ है, तो तलाक की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
- ग्रहों की दशा और अंतरदशा: ज्योतिष में यह माना जाता है कि ग्रहों की दशा और अंतरदशा में तलाक की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। इसलिए, इस समय में व्यक्ति को सावधानी बरतनी चाहिए।
- सप्तम भाव की स्थिति: सप्तम भाव विवाह और संबंधों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसकी स्थिति भी तलाक से संबंधित मुद्दों में महत्वपूर्ण हो सकती है।
- राहु-केतु के प्रभाव: राहु और केतु के संयोग से भी विवाह और संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इनकी संयोजना से व्यक्ति को संबंधों में अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है।
- उपायों का उपयोग: ज्योतिष में उपायों का उपयोग किया जाता है जो विवाह और संबंधों की समस्याओं को हल करने में मदद कर सकते हैं।