विवाह एवं बच्चे
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विवाह एवं बच्चे
ज्योतिष शास्त्र में विवाह और बच्चे प्राप्ति के लिए कुछ मुख्य ग्रहों और उनकी स्थितियों का महत्व होता है। निम्नलिखित हैं कुछ ज्योतिषीय उपाय और मार्गदर्शन जो इस संदर्भ में मददगार हो सकते हैं:
- साती साथी की प्रभाव: ज्योतिष में, शनि की साती साथी का ध्यान रखना महत्वपूर्ण हो सकता है। यह समय किसी भी प्रकार की संघर्ष और चुनौतियों का होता है, लेकिन यदि प्रयास किया जाए, तो विवाह और परिवार में स्थिरता का समय भी हो सकता है।
- मांगलिक दोष निवारण: कुछ कुंडली में मांगलिक दोष होता है, जो विवाह में देरी और संघर्ष का कारण बन सकता है। मांगलिक दोष के उपाय करने से विवाह में समस्याएं कम हो सकती हैं।
- विवाह के योग: ज्योतिष में कुछ विशेष योग होते हैं जो विवाह के लिए शुभ माने जाते हैं, जैसे कि गण्डमूल योग, केंद्रीय योग, और लग्नेश की स्थिति।
- पुत्र संतान प्राप्ति के लिए पूजा और अनुष्ठान: कुछ ज्योतिषीय उपाय और पूजा अनुष्ठान पुत्र संतान प्राप्ति में सहायक हो सकते हैं।
- पुत्र संतान के लिए स्तोत्र और मंत्र: कुछ मंत्र और स्तोत्र पुत्र संतान की कामना को समर्थन कर सकते हैं।